संस्कार, संस्कृति और शान मिले,
ऐसे हिन्दू, मुस्लिम और हिंदुस्तान मिले,
रहे हम सब ऐसे मिल-जुल कर,
मंदिर में अल्लाह और मस्जिद में भगवान मिले।
आन तिरंगा, शान तिरंगा
सबको जोड़े एक तिरंगा
उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम
एक डोर में जोड़े तिरंगा।
आन तिरंगा, शान तिरंगा
सबको जोड़े एक तिरंगा
उत्तर-दक्षिण, पूरब-पश्चिम
एक डोर में जोड़े तिरंगा।
मुकम्मल है इबादत और मैं वतन ईमान रखता हूँ,
वतन के शान की खातिर हथेली पर जान रखता हूँ,
क्यों पढ़ते हो मेरी आंखों में नक्शा किसी और का,
देश भक्त हूँ,
दिल में हिंदुस्तान रखता हूँ।
सुंदर है जग में सबसे,
नाम भी न्यारा है,
जहां जाति-भाषा से बढ़कर,
देश-प्रेम की धारा है,
निशचल, पावन, प्रेम पुराना, वो भारत देश हमारा है।
मेरे मुल्क की हिफाज़त ही मेरा फ़र्ज है,
और मेरा मुल्क ही मेरी जान है,
इस पर क़ुर्बान है मेरा सब कुछ,
नहीं इससे बढ़कर मुझको अपनी जान है।
राष्ट्रगान हम गाएँगे,
तिरंगा लहरायेंगे,
हिन्दू, मुस्लिम, सिख, ईसाई
मिलकर स्वतंत्रता दिवस मनाएंगे।
भारत का वीर जवान हूँ मैं,
ना हिन्दू, ना मुसलमान हूँ मैं,
जख्मों से भरा सीना हैं मगर,
दुश्मन के लिए चट्टान हूँ मैं,
भारत का वीर जवान हूँ मैं।
वतन हमारा ऐसे ना छोड़ पाए कोई,
रिश्ता हमारा ऐसे ना तोड़ पाए कोई,
दिल हमारे एक है एक है हमारी जान,
हिंदुस्तान हमारा हैं हम हैं इसकी शान।